मैंने मैडम को चोदा
मेरा नाम राहुल है और मै इंदौर का रहने वाला हूँ मैं अभी 12वीं में हूँ | मैंने ऑनलाइन बहुत से पोर्न देख चूका था और बहुत सी सेक्स स्टोरीज भी पढ़ चूका था अब मेर मन प्रैक्टिकल करने का हो रहा था तो मैंने ऑनलाइन मैडम को चोदने वाली कहानी पढ़ी थी तो मैंने सोचा की क्यूँ ना मैडम पे आजमाया |
मेरे स्कूल में एक मैडम थी जिनका नाम सुनीता था वो बहुत गोरी थी और उनकी चूचियां मनो पहाड़ और गांड की तो पूछो ही मात वो मैडम कम पोर्न स्टार लगतीं थी | मैंने उनसे अकेले में डायरेक्ट पूछ लिया क्या आप मुझसे चुदवायेंगी |उन्होंने जोरदार थप्पड़ मारा और बिना कुछ कहे चली गयीं उनका अपने पति से तलाक हो चूका था और वो अकेली रहती थी मुझे लगा अगले दिन वो मेरे पैरेंट को बुलाएंगी पर ऐसा नहीं हुआ बल्कि इसके उल्टा उन्होंने मुझे सीढियों पे अकेले मेरा lund पकड़ के कहने लगी मुझे चोदो पर मैंने कहा यहाँ नहीं उन्होंने कहा मै पागल नहीं हूँ मैं अपने घर पे चुदवाना चाहती हूँ |
मैं छूट्टी होने इंतज़ार करने लगा और छुट्टी होते ही मै उनके साथ उनके घर गया और घर में घुसते ही चुकी मुझे उनकी पीट बहुत अच्छी लगती थी मैंने पहला वर उनकी पीट पे ही किया और जोर रगड़ने लगा और चूमने लगा वो भी कई दिनों, या फिर कई सालो से चुदवाया नहीं था वो जोश में थी और घर में घुसते ही मेरा lund रगड़ने लगीं थीं |फिर उन्होंने कहा पहले फ्रेश हो लेते हैं वो बाथरूम में जाने लगीं पर २ मिनट बाद मुझे भी बुलाया और कहा आ जाओ इसी में फ्रेश भी होंगे और अपना काम भी करेंगे मैं झट से अपना कपडे उतार के बथ्र्रोम में घुश गया और वो भीगी हुई और भी हॉट लग रही थी वहां बाथटब भी था हम दोनों उसी में साथ घुश गयें मैंने पानी के घुसते ही अपना lund घुशाने की कोसिस कर रहा था तभी उन्होंने मुझसे पहले ही मेरा lund पका के अपनी छुट में धीरे से ढलने लगीं मैंने एक ही झटके में घुसा दिया वो चिकने लगीं पर फिर भी मजा तो आ रहा था |
अन्दर मैं चूत चोद रहा था और बाहर उनकी चुचियों को मुह में लेने के लिए मुझे अपना मुह पूर खोलना पड़ रहा और जब चुचियों को मुह में रखते ही मुह बंद करता बाहर मेरे होते चिपके होते और अन्दर मेरी जीब उनकी चुचियों को चाट रही होती |फिर मैंने उनको दोनों हाथो से पकड़ के चिपक गया अब मेरा पूरा सीना उनके चुचियों के साथ और मेरा पूरा पेट उनके पेट के साथ और lund उनकी चुचियों में था और मैंने अपना पूरा जीभ उनके मुह में घुसाया हुए था जब मेरा हाथ उनके भीगे हुए शरीर को छूता तो मेरा हाथ फिसल जाता और मैंने और भी दम लगा के पकड़ लिया फिर मैंने उसी तरह भीगे हुए बीएड पे भी दोनों साथ चिपके हुए २ घंटे तक पढ़े रहे |